NCERT Class 6 Geography(भूगोल) Chapter 5

पृथ्वी के प्रमुख परिमंडल :

पृथ्वी की सतह में पर्यावरण के तीन महत्वपूर्ण घटक आपस में मिलते हैं और एक दुसरे को प्रभावित करते हैं|
पृथ्वी का ठोस भाग जिस पर हम रहते हैं, भूमंडल कहलाता है|
गैस की परतें जो पृथ्वी को चारों ओर से घेरती हैं, वायुमंडल कहलाता है, जहाँ ऑक्सीजन, नाइट्रोजन, कार्बन डाई ऑक्साइड इत्यादि गैसें पायी जाती हैं|
पृथ्वी के बहुत बड़े भाग पर जल पाया जाता है, जिसे जलमंडल कहते हैं| जलमंडल में जल कि सभी अवस्थाएं जैसे: ठोस, तरल तथा वाष्प सम्मिलित हैं|
जीवमंडल एक सीमित क्षेत्र है, जहाँ स्थल, जल तथा हवा एक साथ मिलते हैं, जहाँ सभी प्रकार का जीवन मिलता है|

भूमंडल:

पृथ्वी के ठोस भाग को भूमंडल कहते हैं, यह भूपर्पटी कि चट्टानों तथा मिटटी कि पतली परतों का बना होता है| जिसमें जीवों के लिए पोषक तत्व पाए जाते हैं|
पृथ्वी कि परतों को 2 मुख्य भागों में बाँट सकते हैं:
बड़े स्थलीय भूभाग को महाद्वीप तथा बड़े जलाशयों को महासागरीय बेसिन कहते हैं|
समुद्री जल का ताल सभी जगह सामान होता है, स्थल की ऊँचाई को समुद्र तल से मापा जाता है, जिसे शून्य माना जाता है|
विश्व का सबसे ऊँचा शिखर माउन्ट एवेरेस्ट समुद्र तल से 8848 मीटर ऊँचा है| विश्व का सबसे गहरा भाग प्रशांत महासागर का मेरियाना गर्त है, जिसकी गहराई 11022 मीटर है|
माउंट एवेरेस्ट पर चढ़ने वाले सबसे पहले व्यक्ति न्यूजीलैंड के एडमंड हिलेरी तथा भारत के तेनजिंग नोर्गे शेरपा हैं| (29 मई 1953)
जापान की जुंको ताबेई एवेरेस्ट पर चढ़ने वाली विश्व की पहली महिला हैं|(16 मई 1975)
बछेंद्री पाल भारत की पहली महिला जिन्होंने 23 मई 1984 को एवेरेस्ट पर अपना पहला कदम रखा|

महाद्वीप :

पृथ्वी पर 7 प्रमुख महाद्वीप हैं:
एशिया, यूरोप, अफ्रीका, उत्तर अमेरिका, दक्षिण अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया तथा अन्टार्कटिका|
एशिया: विश्व का सबसे बड़ा महाद्वीप है, यह पृथ्वी के क्षेत्रफल का एक तिहाई है| कर्क रेखा इस महाद्वीप से होकर गुजरती है|एशिया के पश्चिम में यूराल पर्वत है जो एशिया को यूरोप से अलग करता है| यह पूर्वी गोलार्ध में स्थित है|
यूरोप: एशिया के पश्चिम में स्थित है, यह तीन तरफ से जल से घिरा है| यूरोप एवं एशिया के संयुक्त भाग को यूरेशिया कहते हैं| यह आर्कटिक वृत्त में स्थित है|
अफ्रीका: विश्व का दूसरा सबसे बड़ा महाद्वीप है, विषुवत रेखा इस महाद्वीप के लगभग मध्य से गुजरती है| यह एकमात्र महाद्वीप है जिससे होकर विषुवत, कर्क एवं मकर रेखा गुजरती हैं| विश्व का सबसे बड़ा गर्म रेगिस्तान अफ्रीका में ही है| यह महाद्वीप चारों तरफ से महासागरों एवं सागरों से घिरा है| विश्व कि सबसे लम्बी नदी नील नदी अफ्रिका में ही बहती है| अफ्रीका का बहुत बड़ा भाग उत्तरी गोलार्ध में स्थित है|
उत्तर अमेरिका: विश्व का तीसरा सबसे बड़ा महाद्वीप है| यह दक्षिण अमेरिका से एक संकरे स्थल से जुड़ा है, जिसे पनामा स्थल संधि कहते हैं| यह महाद्वीप तीन महासागरों से घिरा है| यह महाद्वीप उत्तरी एवं पश्चिमी गोलार्ध में स्थित है|
दक्षिण अमेरिका: का अधिकांश भाग दक्षिणी गोलार्ध में स्थित है| विश्व कि सबसे लम्बी पर्वत श्रृंखला एंडीज इसके उत्तर से दक्षिण कि ओर फैली है| दक्षिण अमेरिका में विश्व कि सबसे बड़ी नदी अमेज़न बहती है|
ऑस्ट्रेलिया: विश्व का सबसे छोटा महाद्वीप है, जो कि पूरी तरह से उत्तरी गोलार्ध में स्थित है| यह चारों तरफ से समुद्रों एवं महासागरों से घिरा है| इसे द्वीपीय महाद्वीप भी कहते हैं|
अन्टार्कटिका: दक्षिणी गोलार्ध में स्थित है, दक्षिणी ध्रुव इस महाद्वीप के मध्य में स्थित है| यहाँ किसी भी प्रकार का स्थानीय मानव निवास नहीं है, क्योंकि यह हमेशा बर्फ की मोटी मोटी परतों से ढका रहता है| बहुत से देशों के शोध केंद्र यहाँ स्थित हैं, भारत के भी मैत्री एवं दक्षिण गंगोत्री नामक शोध संस्थान यहाँ स्थित हैं|

जलमंडल:

पृथ्वी को नीला गृह कहते हैं| पृथ्वी का 71% भाग जल तथा 29% भाग स्थल है| जलमंडल में जल के सभी रूप(महासागर, नदियां, झीलें, हिमनदियां, भूमिगत जल एवं वायुमंडल कि जलवाष्प) सम्मिलित हैं|
पृथ्वी पर पाए जाने वाले जल का 97% भाग महासागरों में पाया जाता है, जो खारा होने के कारण मानव उपयोग में नहीं आ सकता| शेष जल का बहुत बड़ा भाग बर्फ की परतों एवं हिमनदियों तथा भूमिगत जल के रूप में पाया जाता है| जल का बहुत कम भाग अलवण जल के रूप में पाया जाता है, जो मनुष्य के उपयोग में आता है|

महासागर:

जलमंडल के मुख्य भाग हैं| ये आपस में एक दुसरे से जुड़े हुए हैं| महासागरीय जल हमेशा गतिशील रहता है| तरंगें, ज्वर-भाटा तथा महासागरीय धाराएँ महासागरीय जल की तीन मुख्य धाराएं हैं|
बड़े से छोटे आकार में 5 महासागर हैं: प्रशांत महासागर, अटलांटिक महासागर, हिन्द महासागर, दक्षिणी महासागर एवं आर्कटिक महासागर|
प्रशांत महासागर: सबसे बड़ा महासागर है, ये पृथ्वी के एक तिहाई भाग पर फैला है| पृथ्वी का सबसे गहरा भाग मेरियाना गर्त प्रशांत महासागर में ही है| यह लगभग वृत्ताकार है| एशिया, ऑस्ट्रेलिया, उत्तरी एवं दक्षिण अमेरिका इसके चारों तरफ स्थित हैं|
अटलांटिक महासागर: विश्व का दूसरा सबसे बड़ा महासागर है, यह अंग्रेजी भाषा के S अक्षर के आकार का है| इसके पश्चिमी किनारे पर उत्तर एवं दक्षिण अमेरिका हैं तथा पूर्वी किनारे पर यूरोप एवं अफ्रीका स्थित हैं| अटलांटिक महासागर का तटरेखा बहुत ही दन्तुरित है| व्यापार की दृष्टि से यह बहुत ही व्यस्त महासागर है|
हिन्द महासागर: एकमात्र ऐसा महासागर है जिसका नाम किसी देश के नाम पर यानि भारत के नाम पर है| यह लगभग त्रिभुजाकार है| इसके उत्तर में एशिया, पश्चिम में अफ्रीका एवं पूर्व में ऑस्ट्रेलिया है|
दक्षिणी महासागर: अन्टार्कटिका महाद्वीप को चारों ओर से घेरता है| अन्टार्कटिका महाद्वीप से उत्तर में 60° दक्षिणी अक्षांश तक फैला है|
आर्कटिक महासागर: उत्तर ध्रुव वृत्त में स्थित है और उत्तरी ध्रुव के चारों ओर फैला है| यह प्रशांत महासागर से छिछले जल वाले एक संकरे भाग से जुड़ा है, जिसे बेरिंग जल संधि के नाम से जाना जाता है| यह उत्तरी अमेरिका के उत्तरी तटों से तथा यूरेशिया से घिरा है|

वायुमंडल:

 हमारी पृथ्वी चारों ओर से गैस की परतों से घिरी है, जिसे वायुमंडल कहते हैं| वायु की यह पतली परत इस गृह का महत्वपूर्ण एवं अटूट भाग है| यह हमें सांस लेने के लिए वायु प्रदान करती है, तथा वायु कि हानिकारक किरणों से भी बचाता है|
वायुमंडल 1600 किमी की ऊँचाई तक फैला है| वायुमंडल को उसके घटकों तापमान तथा अन्य के आधार पर 5 भागों में बाँटा गया है| इन परतों को पृथ्वी से शुरू करते हुए क्षोभमंडल, समतापमंडल, मध्यमंडल, आयनमंडल तथा बहिर्मंडल कहा जाता है|
वायुमंडल मुख्यत: ऑक्सीजन एवं नाइट्रोजन का बना है जो कि साफ़ एवं शुष्क हवा का 99% भाग है| आयतन के अनुसार नाइट्रोजन 78%, ऑक्सीजन 21% तथा दूसरी गैसें जैसे: कार्बन डाई ऑक्साइड, ऑर्गन इत्यादि की मात्र 1% है| ऑक्सीजन सांस लेने के लिए आवश्यक है, जबकि नाइट्रोजन प्राणियों की वृद्धि के लिए आवश्यक है| कार्बन डाई ऑक्साइड पृथ्वी द्वारा छोड़ी गई ऊष्मा को अवशोषित करती है, जिससे पृथ्वी गर्म रहती है, यह पौधों की वृद्धि के लिए भी आवश्यक है|

जीवमंडल:

स्थल, जल तथा वायु के बीच का एक सीमित भाग है| इस भाग में जीवन मौजूद है| मनुष्य सहित सभी प्राणी जीवित रहने के लिए एक दुसरे से तथा जीवमंडल से जुड़े हुए हैं|
जीवमंडल के प्राणियों को मुख्यतः 2 भागों में बाँटा गया है: जंतु-जगत तथा पादप-जगत|

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